
किसानों ने आज तीनों कृषि कानूनों के वापस लेने की अपनी पुरानी मांग पर भारत बंद का आह्वान किया है। कई जगहों पर विरोध प्रदर्थन हो रही है। दिल्ली की सीमाओं को भी जाम कर दिया गया है। वाहनों का आवागमन ठप है। वहीं, आंध्र प्रदेश में बारिश ने किसानों के इस भारत बंद पर पानी फेर दिया है। यहां गैर एनडीए पार्टियों ने इस बंद को अपना समर्थन दिया था।
सोमवार की तड़के से भारी से बहुत भारी बारिश ने आंध्र प्रदेश में ‘भारत बंद’ को प्रभावित किया है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के तत्वावधान में तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा आहूत 10 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल को कई गैर-एनडीए दलों ने समर्थन दिया है।
आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस सरकार ने बंद को समर्थन दिया और आरटीसी बस सेवाओं को निलंबित कर दिया। सोमवार को स्कूलों के लिए अवकाश घोषित कर दिया। मुख्य विपक्षी दल तेलुगु देशम ने भी कांग्रेस और वाम दलों के साथ बंद का समर्थन किया। हालांकि, बारिश के कारण, हड़ताल के आह्वान के साथ-साथ रैलियों जैसी गतिविधियों पर ग्रहण लग गया।
श्रीकाकुलम के सभी तटीय जिलों, जो चक्रवात गुलाब की चपेट में थे, में सुबह से ही भारी बारिश हो रही है। बारिश ने लोगों को अपने घरों तक सीमित कर दिया है। रायलसीमा जिलों में भी चक्रवात के प्रभाव में कुछ स्थानों पर बारिश हो रही है।